सरकंडा में कॉलोनाईज़र कर रहा अवैध निर्माण निगम की चुप्पी के कारण कोर्ट जाने की तैयारी
बिलासपुर। ज़िले में अवैध प्लाटिंग और बिना TNC अप्रूवल वाली अवैध कालोनियों के निर्माण की ख़बरें तो लगातार सामने आती ही रहती हैं इस बार बिल्डर और कॉलोनाईज़र द्वारा TNC के नाम पर लोगों को ठगने और TNC की शर्तों के उल्लंघन का मामला सामने आया है।
दरअसल सरकंडा मेन रोड में दुर्गा मंदिर के सामने स्थित VIP कॉलोनी के कॉलोनी वासियों ने बिल्डर पर धोखाधड़ी करने, कॉलोनी की ज़मीन पर अवैध तरीके से कब्ज़ा करने, ग़लत तथ्य प्रस्तुत कर नक्शा पास करवाने, नक्शे से उलट अवैध निर्माण करने, TNC की शर्तों को पूरा ना करने, कॉलोनी वासियों के फ़र्जी हस्ताक्षर करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
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VIP कॉलोनी वासियों ने बताया कि वर्षों पहले बिल्डर मनोज अग्रवाल द्वारा जब इस कॉलोनी का निर्माण कर उन्हें मकान बेचे गए तब उन्हें कहा गया था कि ये TNC द्वारा मान्यता प्राप्त कॉलोनी है। यहां मकान खरीदने वालों को प्राप्त नक्शे में 30 फ़िट चौड़ा रास्ता भी दर्शाया गया है लेकिन इस निस्तारी रास्ते की ज़मीन पर कब्ज़ा कर के बिल्डर ने कच्चे मकान बनवाकर किराए पर दे रखे हैं और अब रास्ते की बची हुई ज़मीन पर भी वो अवैध रूप से दुकानों का निर्माण करवा रहा है।
कॉलोनी वासियों ने बताया कि कॉलोनी के निर्माणकर्ता स्वर्गीय मनोज अग्रवाल के पुत्र मृदुल हरि अग्रवाल के इशारे पर ही ये अवैध निर्माण करवाया जा रहा है। कॉलोनी वासियों का आरोप है कि रास्ते की ज़मीन पर बने कच्चे मकान को हटाने और अवैध रूप से बन रही दुकानों के निर्माण को रोकने के सम्बंध में जब उन्होंने मृदुल हरि अग्रवाल से बात करनी चाही तो उन्होंने उल्टे कॉलोनी वासियों को ही डराना धमकाना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि अग्रवाल द्वारा गुंडा प्रवृत्ति के लोगों को भेजकर उनकी मौजूदगी में अवैध निर्माण करवाया जाता है।
कॉलोनी वासियों का ये भी आरोप है कि अग्रवाल ने कॉलोनी की छत पर फ़र्जी NOC के ज़रिए मोबाईल टावर लगवा दिया है जिससे कुछ मकानों में दरारें पड़ने लगी हैं और गंभीर रेडिएशन का भी खतरा उत्पन्न हो गया है।
VIP कॉलोनी वासी बिल्डर द्वारा करवाए जा रहे इस अवैध निर्माण के खिलाफ़ नगर निगम अयुक्त, कलेक्टर और विधायक शैलेश पांडे के समक्ष भी लिखित आवेदन प्रस्तुत कर चुके हैं लेकिन बिल्डर पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है न ही अवैध निर्माण को हटाया गया है।
कॉलोनी वासियों का आरोप है कि कुछ अधिकारी और इंजीनियर भी इस अवैध निर्माण में बिल्डर का साथ दे रहे हैं। निगम प्रशासन द्वारा कोई कदम नहीं उठाए जाने की वजह से अब कॉलोनी वासी अदालत की शरण में जाने को तैयार हैं।