एक लाख रिश्वत लेते आर आई रंगेहाथ गिरफ़्तार, सादे कपड़ों में तैनात थी ACB
- मुंगेली नाका स्थिति ACB ऑफिस से निकलकर आर आई को रिश्वत लेते हुए पकड़ने तक की पूरी कहानी
- ACB ने प्रार्थी को दिया था ऑडियो रिकॉर्डर
बिलासपुर। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने ट्रैप लगाकर जूना बिलासपुर क्षेत्र के आरआई संतोष देवांगन को एक लाख रुपयों की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। तोरवा निवासी प्रवीण कुमार की शिकायत पर एसीबी ने ये कार्रवाई की।
पूरा मामला संक्षिप्त में
तोरवा निवासी प्रवीण कुमार तरुण ने एंटी करप्शन ब्यूरों में बिलासपुर के कार्यालय में शिकायत की थी कि तोरवा स्थित उसकी ज़मीन के सीमांकन कार्य हेतु उसने नियमानुसार आवेदन प्रस्तुत किया था। सीमांकन में समय लग रहा था इसलिए उसने आर आई संतोष देवांगन से संपर्क किया। आर आई ने सीमांकन करवाने के लिए ढाई लाख मांगी। प्रार्थी ने एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत की
सादे कपड़ों में तैनात थी ACB
तोरवा जे जे अस्पताल के पास रहने वाले तरुण कुमार और उसके भाई के नाम तोरवा क्षेत्र में दो ज़मीनें हैं। इन दोनों ज़मीनों का सीमांकन करवाने के लिए तरुण कुमार ने लगभग 3 महीने पहले तहसील कार्यालय में आवेदन लगाया था। सीमांकन की प्रक्रिया जब आगे बढ़ी तो वन विभाग की ओर से भी किसी प्रतिनिधि को उपस्थित होना था क्योंकि ज़मीन वन विभाग की सरहद में थी। वन विभाग की तरफ से कोई उपस्थित नहीं हुआ इसलिए उसका सीमांकन कार्य नहीं हो पाया।
इस बीच प्रार्थी तरुण कुमार ने इसी महीने की 13 तारिख को आरआई संतोष कुमार देवांगन से पुनः संपर्क किया और निवेदन किया कि साहब नया नोटिस जारी कर सीमांकन की प्रक्रिया निष्पादित कर दीजिये। आरआई दुवंगन ने कहा कि
“मैं नया नोटिस जारी तो कर दूंगा लेकिन उसके एवज में मुझे ढाई लाख रूपए चाहिए।”
आरआई देवांगन बिना पैसे लिए सीमांकन करने को राज़ी नहीं हुआ।
ACB ने ऑडियो रिकॉर्डर देकर प्रार्थी को आर आई के पास भेजा
गुरुवार 16 मई को तरुण कुमार ने एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर कार्यालय आकर शिकायत की। प्रार्थी की शिकायत सही है या नहीं ये सुनिश्चित करने के लिए एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारीयों ने एक ऑडियो रिकॉर्डर प्रार्थी को दिया और कहा कि वह फिर से आरआई के पास जाए और रिश्वत के पैसे कम करने की गुज़ारिश करे और बातचीत रिकॉर्ड कर ले।
प्रार्थी फिर से आरआई संतोष देवांगन से बात करने बिलासपुर तहसील कार्यालय पंहुचा। कुछ कम पैसे लेकर सीमांकन करवा देने की बात पर आरआई देवांगन ने उससे कहा कि अगर एकसाथ नहीं दे सकते तो ऐसा करो एक लाख रूपए पहले दे दो बाकी डेढ़ लाख कुछ दिन बाद दे देना।
शुक्रवार 17 मई को एक लाख रूपए की पहली क़िस्त देना तय हुआ
आरआई देवांगन के साथ हुई लेनदेन की ये पूरी बात एंटी करप्शन ब्यूरो के रिकॉर्डर में कैद हो गई। रिकॉर्डिंग सुनकर अधिकारीयों ने तय किया कि उसे ट्रैप कर रंगेहाथ पकड़ा जाए।
11 बजे ACB कार्यालय में हुई मीटिंग
शुक्रवार 17 मई की सुबह 11 बजे प्रार्थी तरुण कुमार और एसीबी के अधिकारी मुंगेली नाका स्थित एसीबी के कार्यालय में मिले और आरोपी को ट्रैप करने की योजना तैयार की। तकरीबन साढ़े 11 बजे टीम तहसील कार्यालय के लिए रवाना हुई। एक लाख रूपए नकदी के साथ प्रार्थी तरुण कुमार को पहले भेजा गया। उसके पीछे मोटरसाइकल और चारपहिया गाड़ी से एसीबी से 9 लोगों की टीम निकली। सादे कपड़ों में गए एसीबी के लोग चोरी छुपे प्रार्थी और आरोपी पर नज़र रहे हुए थे।
पार्किंग में अपनी स्कूटी खड़ी कर तरुण कुमार आरआई के बैठने की जगह पर पंहुचा। उस समय वहां भीड़ ज़्यादा थी इसलिए आरआई ने प्रार्थी को थोड़ा इंतज़ार करने को कहा।
थोड़ी देर इंतज़ार करने के बाद प्रार्थी ने आरआई से फिर बात की और कहा कि सर आपने जो कहा था वो व्यवस्था मैं कर लिया हूँ। आरआई ने उससे कहा कि यहाँ भीड़ है चलो बहार बात करते हैं।
अपने बैठने की जगह से बाहर तहसील कार्यालय परिसर में पेड़ के नीचे दोनों रुके। प्रार्थी ने एक लाख रुपयों का बण्डल आरआई की तरफ बढ़ाया। ईमानदारी का चोला ओढ़े आरआई ने कहा कि पैसे हाथ में नहीं लूंगा। आरआई अपने साथ एक प्लास्टिक का फाइल फोल्डर रखे हुए था। उसने कहा कि पैसे इसी फोल्डर में डाल दो।
इस पूरी गतिविधि पर तहसील परिसर में मौजूद एसीबी के 9 लोगों की टीम नज़र रखे हुए थी। जैसे ही आरआई देवांगन ने अपने फाइल फोल्डर में पैसे लिए तुरंत ही एंटी करप्शन ब्यूरो ने पैसों के साथ उसे रंगेहाथ पकड़ लिया।
बंद दरवाज़े में कई घंटों तक पूछताछ
आरआई संतोष देवांगन को रिश्वत लेते गिरफ्तार करने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने आरआई के दफ्तर में ही दरवाज़ा बंद कर लगभग 3 घंटे से भी ज़यादा समय तक उससे पूछताछ की। पूछताछ के दौरान आरोपी ने किसी और बड़े अधिकारी के इसमें शामिल होने की बात नहीं कही।
आरआई संतोष देवांगन को पूछताछ के बाद रातभर के लिए सिविल थाने की सुरक्षा में रखा गया। आज उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।